गणतंत्र दिवस पर निबंध | Republic Day Essay in Hindi

गणतंत्र दिवस पर निबंध

Republic Day Essay in Hindi : यहाँ इस लेख में आपको भारत के राष्ट्रिय पर्व 26 जनवरी पर निबंध उपलब्ध कराये है जिसमे आपका आपको कही गणतंत्र दिवस पर निबंध (300 शब्द, 400 शब्द, 800 शब्द) या गणतंत्र दिवस पर निबंध 10 सभी प्रकार के वर्ड में उपलब्ध कराये है।

अक्सर छात्रो को 26 January Par Lekh लिखने को मिल जाता है इसलिए आपको हर एक प्रकार से Republic Day Essay in Hindi लिखने आना चाहिए। 26 जनवरी को पुरे भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

खासकर विद्यालयों तथा सरकारी कार्यलयों में झंडा तोलक किया जाता है इस दिन विद्यालयों व कॉलेजों में तरह तरह के कार्यक्रम किये जाते है। अक्सर जो छात्र हिंदी उनका विषय है तो उनको अक्सर गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखने को मिलता है इसलिए हमने इस लेख में आपके लिए Republic Day Essay in Hindi लिखे है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (300 शब्द)

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सतही ज्ञान जिसे भी है, वह स्वतंत्रता के महत्त्व को जरूर जानता है। भारत लगभग दो सौ वर्षों तक अंग्रेजी शासन के अधीन रहा। 15 अगस्त, 1947 को इसने आजादी पाई। एक सतत् संघर्ष और हजारों बलिदानों के बाद इसे आजादी मिली। इसलिए जिस दिन भारत को आजादी मिली, वह दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है यह दिन भारत के इतिहास में एक स्मरणीय दिन है।

15 अगस्त को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। 15 अगस्त की सुबह सभी स्कूलों एवं कॉलेजों, सरकारी एवं गैर-सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। सेना एवं आमजनों के द्वारा राष्ट्रध्वज के सम्मान में उसे सलामी दी जाती है। छोटे बच्चे सड़कों पर ढोल बजाते एवं राष्ट्रगान गाते हुए फेरी लगाते हैं। पूरा दिन खुशी एवं उत्साह का माहौल रहता है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान शहीद हुए लोगों एवं देशभक्तों के योगदान को याद करने हेतु सभाएँ आयोजित होती हैं।

केवल वही लोग स्वतंत्रता के महत्त्व को समझ सकते हैं, जिन लोगों ने विदेशी हुकूमत के दरम्यान अपमान और त्रासदी को झेला है। वास्तव में, भारत का स्वतंत्रता आंदोलन तो 1857 में सिपाही विद्रोह के साथ ही शुरू हुआ। आंदोलन को समय-समय पर कुचल दिया गया । लेकिन, क्रूर शासक भारतीयों के मन में स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु उठे लहर को नहीं कुचल पाये।

संघर्ष के दौरान स्त्रियों ने अपने पति खोये, माताओं ने अपने पुत्र खोये और बहनों ने अपने भाई एक बड़े बलिदान के बाद हमने 15 अगस्त, 1947 की स्वतंत्रता पाई । यह स्वतंत्रता हमें महात्मा गाँधी के बौद्धिक नेतृत्व में प्राप्त हुआ।

अतः स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक संदेश लाता है कि किसी भी कीमत पर हमें अपनी स्वतंत्रता बचाने के लिए जागरूक रहना है । हमें इसके लिए अपना रक्त बहाने को सदैव तत्पर रहना चाहिए।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (400 शब्द)

26 जनवरी सन 1950 को हमारे देश का नया संविधान लागु हुआ था अपना संविधन लागू होने से हमारा देश पूर्ण रूप से गणतंत्र बन गया इस इसलिए हम हर साल 26 जनवरी के रूप में मनाते है। हमारा देश त्यौहारो के लिए प्रसिद्ध है जब से हमारा देश आजाद हुआ है तब से राष्ट्रिय भावनाओ पर आधारित कुछ पर्वो की शुरुआत हो गई है।

कुछ पर्व देश के महान महापुरुषों के जन्म दिन और उनकी याद में मनाये जाते है जिनमे 2 ऑक्टोबर को गाँधी जयंती जैसे आदि पर्व हमारे देश की दृष्टि से आती महत्वपूर्ण होते है जिसमे से 15 अगस्त और 26 जनवरी मुख्य है।

15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है रास्ट्रीय दृष्टि से 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस का बड़ा महत्व है इसी दिन भारत को गणतंत्र घोषित किया गया था साथ ही इसी दिन भारत का संविधन भी लागु किया गया था। 26 जनवरी के दिन पुरे देश में ख़ुशी और हार्स का लहर रहता है इस दिन सुबह से शाम तक प्रत्येक शहर /नगर में कई प्रकार के कार्यक्रमों को आयोजन किया जाता है।

कई ऐसे भी कार्यक्रमो का आयोजन होता है जिनमे सभी शहरवासी शामिल होकर समोहिक रूप से भाग लेते है तथा इस दिन को आनंद प्रुवक मना सके गणतंत्र दिवस के दिन देश भर में राजकीय अवकाश होता है। हर स्कूल में कोई न कोई कार्यक्रम का आयोजन अवश्य होता है। इस गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में विद्यालयों व कालेजो में ध्वजारोहाण के साथ ही कार्यक्रम का शुरुआत होती है जिमसे सभी छात्र और शिक्षक सम्मिलित होते है।

इसी दिन गावों व शहरो में सुबह भारत फेरी निकाली जाती है राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में राज्यपाल और मुख्यमंत्री शामिल होते है राष्ट्रीय स्तरीय कार्यकर्म का आयोजन दिल्ली में होता है। हमारे देश का सैन्य विकास तथा कुशलता और देश की सांस्कृतिक विविधता की गौरवपूर्ण व मनोरम झांकियां प्रस्तुत की जाती है।

सायकल में भी अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है इस तरह यह हमारा राष्ट्रिय पर्व हर्स और उल्लास के साथ मनाया जाता है यह दिन हमें याद दिलाता है की अपने देश रक्षा करनी चाहिए तथा हमें पूर्ण रूप से अनुशासित रहकर देश के विकास में सहयोग करना चाहिए और हम सभी देशवासियों को अपने देश से प्रेम करना चाहिए।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (800 शब्द)

परिचय 

26 जनवरी का दिन भारतीयो के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण दिनों मे से एक है ! 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है , यह त्योहार सभी भारतवासियों के द्वारा बेहद खुशी तथा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है ! यह पर्व लोकतंत्रात्मक गणराज्य होने के महत्व को सम्मान देने के लिए इसको मनाया जाता है।

इस दिन को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवकाश के रूप मे घोषित किया जाता है ! क्योंकि इस इन हमारा सविधान लागू हुआ था इस दिन भारतीयों ने अंग्रेजों के कानून को हटा कर खुद का कानून को अपनाया था।

पूर्ण स्वराज कीघोषणा :- 1929 मे काँग्रेस का एक महत्वपूर्ण अधिवेशन लाहौर मे रावी नदी के किनारे  हुआ था ! जिससे स्वर्गीय लोकमान्य तिलक और ग़ोखले जैसे नेताओ  की आदर्श प्रेरणा से काँग्रेस ने भारत को पूर्ण रूप से आजाद या स्वाधीन करने की प्रतिज्ञा की थी ! कि जब तक देश को पूर्ण स्वाधीनता नहीं मिल जाती हमारे देशभक्त शांति और चैन की सास नहीं लेंगे इसी प्रतिज्ञा को हम भारतवाशी हर वर्ष 26 जनवरी को राष्टधवज फहराकर दुहराते है की हम देश की पूर्ण स्वाधीनता सदा बनाए रहेंगे।

इतना ही नहीं , इसी 26 जनवरी 1950 को आजादी मिलने  के बाद भारत का नया सविधान सारे देश मे लागू किया गया ! इसी तारीख से भारत के शासन को गणतंत्रात्मक घोषित किया गया और नए संविधान के अनुसार देश के शासन का काम शुरू  हुआ ! अतः 26 जनवरी का दिन गणतंत्र दिवस नाम से पुकारा  जाता है ! 26 जनवरी हमारा राष्ट्रीय पर्व है ! जो भारत की पूर्ण स्वाधीनता का प्रतीक हैं ! इसका एतिहासिक और राष्ट्रीय महत्व है।

एकजुट है हम एकता हमारा अभिमान है,

वीर शहीदों के बलिदान को प्रणाम है ,

गर्व से कहो हम भारत की संतान है !

इतिहास और महत्व

15 अगस्त 1947 को भारत ने अपनी खोई हुई आजादी प्राप्त की ! भारत के आजाद होने के बाद 09 दिसंबर 1947 को सविधान सभा बनाने की शुरुआत की गई ! जिसे 2 वर्ष 11 महिना 18 दिन मे बनाकर तैयार की गई ! भारतीय सविधान निर्माण के लिए 22 समितियों का चुनाव किया गया ! इन सभी समितियों का कार्य सविधान निर्माण करना था सविधान सभा द्वारा सविधान निर्माण के लिए 114 दिनों की बैठक की गई ! इन सभी बैठकों के 308 सदस्यों ने भाग लिया।

इन सभी सभाओ का अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था अन्य सदस्य के रूप मे जवाहर लाल नेहरू , भीमराव अंबेडकर , सरदार बल्लभ भाई पटेल इत्यादि थे ! इन सभी के अलावा सभा मे आम जनता और प्रेस बंधुओ को भी शामिल किया गया था ! इसी दिन 1950 को देश मे कानून और भारतीय शासन को लागू किया गया था।

26 जनवरी 1950 को भारत को “गणतंत्र” घोषित कर दिया गया ! जिसके अनुसार देश के हरेक नागरिक को सामाजिक , आर्थिक , न्यायिक और राजनैतिक आधिकार दिए गए और सभी को सम्मान अधिकार दिए गए जाति और लिंग का कोई भेदभाव नहीं रह गया ! इसने भारत को “धर्मनिरपेक्ष” राज्य घोषित किया गया और मनुष्य के गुणों का आदर किया जाने लगा।

अन्ततः हम यह कह सकते है ! की यह दिन हमे जागरण की नई दिशा की ओर ले जाता है और हमे हर वर्ष नागरिक स्वतंत्रता और स्वाधीनता की याद दिलाता है।

तैयारी

इस राष्ट्रीय पर्व के दिन बड़ी तैयारी के साथ हम देश के अमर शहीदों के अमर बलिदान के कहानी कहते है ! 26 जनवरी के दिन बच्चे , बूढ़े , और जवान स्त्री – पुरुष , छोटे – बड़े सभी नए कपड़े पहनकर अपने अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए भारतमाता के चरणों मे श्रद्धा के फूल चढ़ाते है।

इस दिन सभी सरकारी कार्यालय , प्राइवेट कार्यालय , सार्वजनिक स्थल पर ध्वजारोहण किया जाता है ! विद्यालय , कॉलेज मे सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है इन कार्यक्रमो मे आजादी मे शाहिद हुए क्रांतिकारियों से जुड़े हुए नाटक भाषण इत्यादि खेले जाते है।

ये सभी कार्यक्रम पूरा होने के बाद सभी को मिठाईया बाटी जाती है ! और यह प्रतिज्ञा दुहराई जाती है की हम सभी किसी भी कीमत पर आपसी भेदभाव को भूल कर देश की पूर्ण स्वाधीनता की रक्षा करेगे ! इस दिन चारों तरफ आनंद का लहर छा जाती है।

प्रभाव

26 जनवरी 1950 को हमने जिस गणतंत्र की नीव राखी थी और शासन से लिंग जाती धर्म को हटाकर वर्गहीन और जातिहीन समाज का सपना देखा था, आज वह विखरता दिख रहा है ! पर हमे निराश न होकर संघर्ष जारी रखना है।

भारत की स्वतंत्रा का प्रभाव एशिया और अफ्रीका के अनेकों देशों पर भी पड़ा है ! वे भी अब एक एक कर के विदेशी शासन से मुक्त होते जा रहे है ! इसीलिए 26 जनवरी का ‘गणतंत्र दिवस’ न केवल भारत के लिए बल्कि सारे एशिया और अफ्रीका के लिए भी नवजागरण का नया संदेश लता है।

उपसंहार

स्पष्ट है की गणतंत्र दिवस हमारी राजनीतिक स्वाधीनता ,देश की आजादी , नागरिक अधिकारों की आजादी और वर्गहीन तथा जातिहीन समाज के नये निर्माण को करता है और हर वर्ष हममे नया जोश और संकल्प भारत है ! इसलिए यह दिन हमारे राष्ट्रीय जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बन गया है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध 10 लाइन

  1. गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रिय पर्व है।
  2. यह हर साल 26 जनवरी के दिन पुरे भारत देश में मनाया जाता है।
  3. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागु हुआ था।
  4. साथ ही इसी दिन भारत एक गणतंत्र राष्ट बना था।
  5. भारत का संविधान पुरे दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
  6. गणतंत्र दिवस सभी भारतवासी के लिए बहुत गर्व का दिन होता है।
  7. 26 जनवरी का प्रमुख समरोह दिल्ली के राजपथ पर आयोजित किया जाता है।
  8. गणतंत्र दिवस को पुरे देश में हर्ष तथा उल्लास के साथ मनाया जाता है।
  9. गणतंत्र दिवस हमें देश में एकता तथा प्रेम से रहने की प्रेरणा देता है।
  10. हमें अपने संविधान का सम्मान करना चाहिए और उसी के राह पर चलना चाहिए।

कुछ विशेष निबंध

Leave a Comment